जमुई(एनएच न्यूज़ लाइव के लिए अमित कुमार सविता की रिपोर्ट।)
Edited by:Prince Dilkhush.
जमुई(सिकन्दरा)-प्रखंड में बढ़ते भीषण गर्मी से प्रखंडवासियों के सामने पेयजल संकट की विकट समस्या उत्पन्न हो गई है।लोग पीने के पानी के लिए हलकान हो रहे है।
प्रखंड के लोहंडा गाँव स्तिथ जलमीनार तो बन गयी है परंतु प्रखंडवासियों को एक भी जल का बूंद नसीब हो पाया है।
-दस वर्ष पुर्व ही निर्मित हुई है जलमीनार।
लखीसराय मुख्य मार्ग में स्तिथ श्रीकृष्ण महाविद्यालय के प्रांगण में शुद्ध पेयजल के लिए जलमीनार का निर्माण किया गया था।इस जलमीनार का निर्माण से लेकर जलनिकास तक चार सांसद के पहल होने के वावजूद भी जल का एक बूंद भी आमजन को नसीब नही हुआ है।इसे सौभाग्य समझे या इस क्षेत्र की जनता का दुर्भाग्य।
सबसे पहले बेगूसराय के सांसद कृष्णाशाही ने जलमीनार की पहल की शुरुआत की थी।उन्होंने ही उक्त स्थान पर रिंग बोरिंग कराई थी।उसके बाद उसी संसदीय क्षेत्र से राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह जो आज वर्तमान में बिहार सरकार में जल संसाधन मंत्री के रूप में पदासीन है।उन्होंने रिंग बोरिंग को आगे बढ़ाते हुए 85लाख की प्रकाल्लीत राशि से जलमीनार का निर्माण कराया।
वहीं जमुई संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित भूदेव चौधरी के प्रयास से भी जलमीनार पर कोई सार्थक नतीजा नही आया।फिर 2015 में उक्त सीट से निर्वाचित राजनीतिक पुत्र चिराग पासवान से भी लोगो ने जलमीनार से जगी लेकिन इनका भी कोई ज्यादा प्रयास नही होने से मतदाताओं अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं।
-प्रखंड के सैकड़ो चापानल,अपना दम तोड़ चुके है।
प्रखंड मुख्यालय से लेकर ग्रामणी क्षेत्रो में सैकड़ो चापानल अपना दम तोड़ चुका है या अपने स्तिथि पर रो रहा है।ज्ञात हो कि सिकन्दरा पंचायत में 59 चापानल,पोहे पंचायत में 12 चापानल,भुल्ली पंचायत में 40 चापानल,सवलविघा पंचायत में 38 चापानल आदि कोमोवेश सभी पंचायतों की स्तिथि ठीक इसी प्रकार है।
-किसान पानी की अलग नाली से पटवन करने को मजबूर है।
प्रखंड के सभी जगह पानी के लिए किल्लत होने से किसान के सामने धर्म संकट की स्तिथि उत्पन्न हो गई है।जानकारी के अनुसार सिकन्दरा बाजार स्तिथ नाले के पानी से सब्जी के पटवन करने के लिए मजबूर है किसान।
-मुख्यमंत्री के सात निश्चय कार्यक्रम भी हुई फेल।
बिहार सरकार के मुख्यमंत्री द्वारा सात निश्चय कार्यक्रम के तहत हर घर नल से मिलेगी जल योजना भी प्रखंड में फेल साबित हुई है।इस योजना की शुरुआत तो हुई लेकिन सिकन्दरा प्रखंड में मुंगेरीलाल के हसीन सपने साबित हुई है।
-क्या कहते है पदाधिकारी?
प्रखंड के लोक स्वास्थ्य अभियंता विभाग के पदाधिकारियों ने जलमीनार के समस्या पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि लोहंडा स्तिथ जलमीनार से सिमरतल्ला,लोहंडा आदि स्थानों में पानी पंहुँच रही है।लेकिन सिकन्दरा में भूमि ऊपर होने के कारण जलमीनार से जल नही पहुँच रही है।पाइप बिछा दिया गया है।इस पर कार्य चल रहा है।
-प्रखंडवासियों में व्याप्त है आक्रोश।
कहने को तो जल ही जीवन है।लेकिन निर्मित जलमीनार से एक बूंद पानी भी नसीब नही हुई है।वहीं प्रखंड के समाजसेवी सह शिक्षाविद सुशील मंडल,अखंड विकास सिकन्दरा परिषद के सदस्य मो.खालिद वेग,भाजपा के प्रखंड अध्यक्ष सुरेन्द्र पंडित आदि ने बताया कि हमलोग सांसद,विधायक एवं पदाधिकारियों से लिखित गुहार लगायी। लेकिन आजतक कोई भी करवाई नही हुई।अगर भीषण गर्मी में भी जलमीनार से जल नही मिलेगी तो हम सड़क पर उतर कर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
Edited by:Prince Dilkhush.
जमुई(सिकन्दरा)-प्रखंड में बढ़ते भीषण गर्मी से प्रखंडवासियों के सामने पेयजल संकट की विकट समस्या उत्पन्न हो गई है।लोग पीने के पानी के लिए हलकान हो रहे है।
प्रखंड के लोहंडा गाँव स्तिथ जलमीनार तो बन गयी है परंतु प्रखंडवासियों को एक भी जल का बूंद नसीब हो पाया है।
-दस वर्ष पुर्व ही निर्मित हुई है जलमीनार।
लखीसराय मुख्य मार्ग में स्तिथ श्रीकृष्ण महाविद्यालय के प्रांगण में शुद्ध पेयजल के लिए जलमीनार का निर्माण किया गया था।इस जलमीनार का निर्माण से लेकर जलनिकास तक चार सांसद के पहल होने के वावजूद भी जल का एक बूंद भी आमजन को नसीब नही हुआ है।इसे सौभाग्य समझे या इस क्षेत्र की जनता का दुर्भाग्य।
सबसे पहले बेगूसराय के सांसद कृष्णाशाही ने जलमीनार की पहल की शुरुआत की थी।उन्होंने ही उक्त स्थान पर रिंग बोरिंग कराई थी।उसके बाद उसी संसदीय क्षेत्र से राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह जो आज वर्तमान में बिहार सरकार में जल संसाधन मंत्री के रूप में पदासीन है।उन्होंने रिंग बोरिंग को आगे बढ़ाते हुए 85लाख की प्रकाल्लीत राशि से जलमीनार का निर्माण कराया।
वहीं जमुई संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित भूदेव चौधरी के प्रयास से भी जलमीनार पर कोई सार्थक नतीजा नही आया।फिर 2015 में उक्त सीट से निर्वाचित राजनीतिक पुत्र चिराग पासवान से भी लोगो ने जलमीनार से जगी लेकिन इनका भी कोई ज्यादा प्रयास नही होने से मतदाताओं अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं।
-प्रखंड के सैकड़ो चापानल,अपना दम तोड़ चुके है।
प्रखंड मुख्यालय से लेकर ग्रामणी क्षेत्रो में सैकड़ो चापानल अपना दम तोड़ चुका है या अपने स्तिथि पर रो रहा है।ज्ञात हो कि सिकन्दरा पंचायत में 59 चापानल,पोहे पंचायत में 12 चापानल,भुल्ली पंचायत में 40 चापानल,सवलविघा पंचायत में 38 चापानल आदि कोमोवेश सभी पंचायतों की स्तिथि ठीक इसी प्रकार है।
-किसान पानी की अलग नाली से पटवन करने को मजबूर है।
प्रखंड के सभी जगह पानी के लिए किल्लत होने से किसान के सामने धर्म संकट की स्तिथि उत्पन्न हो गई है।जानकारी के अनुसार सिकन्दरा बाजार स्तिथ नाले के पानी से सब्जी के पटवन करने के लिए मजबूर है किसान।
-मुख्यमंत्री के सात निश्चय कार्यक्रम भी हुई फेल।
बिहार सरकार के मुख्यमंत्री द्वारा सात निश्चय कार्यक्रम के तहत हर घर नल से मिलेगी जल योजना भी प्रखंड में फेल साबित हुई है।इस योजना की शुरुआत तो हुई लेकिन सिकन्दरा प्रखंड में मुंगेरीलाल के हसीन सपने साबित हुई है।
-क्या कहते है पदाधिकारी?
प्रखंड के लोक स्वास्थ्य अभियंता विभाग के पदाधिकारियों ने जलमीनार के समस्या पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि लोहंडा स्तिथ जलमीनार से सिमरतल्ला,लोहंडा आदि स्थानों में पानी पंहुँच रही है।लेकिन सिकन्दरा में भूमि ऊपर होने के कारण जलमीनार से जल नही पहुँच रही है।पाइप बिछा दिया गया है।इस पर कार्य चल रहा है।
-प्रखंडवासियों में व्याप्त है आक्रोश।
कहने को तो जल ही जीवन है।लेकिन निर्मित जलमीनार से एक बूंद पानी भी नसीब नही हुई है।वहीं प्रखंड के समाजसेवी सह शिक्षाविद सुशील मंडल,अखंड विकास सिकन्दरा परिषद के सदस्य मो.खालिद वेग,भाजपा के प्रखंड अध्यक्ष सुरेन्द्र पंडित आदि ने बताया कि हमलोग सांसद,विधायक एवं पदाधिकारियों से लिखित गुहार लगायी। लेकिन आजतक कोई भी करवाई नही हुई।अगर भीषण गर्मी में भी जलमीनार से जल नही मिलेगी तो हम सड़क पर उतर कर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

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