जमुई(एनएच लाइव बिहार के लिए अमित कुमार सविता।)
Edited by Prince Dilkhush
गरीब-अमीर दोनों के बच्चों को मिले एक समान शिक्षा ।
सरकारी स्कूल -कॉलेज में मुलभुत सुबिधा की कमी से बच्चों की शिक्षा हो रही है प्रभावित ।
शिक्षा में सुधार के लिए अबिलम्ब सरकार को समान स्कूल शिक्षा प्रणाली लागू कर छात्रों के भविष्य से हो रहे खिलवाड़ पर रोक लगाने का सार्थक प्रयास करना जरुरी है । उक्त बातें बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश सचिव आनंद कौशल सिंह ने मंगलवार को बच्चों की शिक्षा पर बोलते हुए कही । प्रदेश सचिव आनंद कौशल ने कहा कि सरकारी स्कूल - कॉलेज में मूलभूत सुबिधा की कमी से बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है । सरकार की लापरवाही से बच्चों के शिक्षा की नींव प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के दौरान ही कमजोर पड़ जा रही है । उन्होंने सरकार से बच्चों की शिक्षा पर राजनीति करने के बजाय सच्चे मन से सरकारी स्कूल - कॉलेज को सुबिधा संपन्न बनाकर अपने कर्तव्य का निर्वहन करने की अपील की है । उन्होंने कहा कि आज शिक्षामंत्री व शिक्षा अधिकारियों के लापरवाही से सूबे के सरकारी स्कूल में कक्षा एक से आठ तक में नामांकित सूबे के ढ़ाई करोड़ छात्र को महीनों बाद भी किताब नहीं दी सकी है । बच्चे बिना किताब के ही पढाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहे है ।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि गरीब-अमीर दोनों प्रकार के लोगों के बच्चों को एक जैसी शिक्षा देने की व्यवस्था कर बच्चों के भविष्य से हो रहे खिलवाड़ पर रोक लगाया जाय ।
Edited by Prince Dilkhush
गरीब-अमीर दोनों के बच्चों को मिले एक समान शिक्षा ।
सरकारी स्कूल -कॉलेज में मुलभुत सुबिधा की कमी से बच्चों की शिक्षा हो रही है प्रभावित ।
शिक्षा में सुधार के लिए अबिलम्ब सरकार को समान स्कूल शिक्षा प्रणाली लागू कर छात्रों के भविष्य से हो रहे खिलवाड़ पर रोक लगाने का सार्थक प्रयास करना जरुरी है । उक्त बातें बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश सचिव आनंद कौशल सिंह ने मंगलवार को बच्चों की शिक्षा पर बोलते हुए कही । प्रदेश सचिव आनंद कौशल ने कहा कि सरकारी स्कूल - कॉलेज में मूलभूत सुबिधा की कमी से बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है । सरकार की लापरवाही से बच्चों के शिक्षा की नींव प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के दौरान ही कमजोर पड़ जा रही है । उन्होंने सरकार से बच्चों की शिक्षा पर राजनीति करने के बजाय सच्चे मन से सरकारी स्कूल - कॉलेज को सुबिधा संपन्न बनाकर अपने कर्तव्य का निर्वहन करने की अपील की है । उन्होंने कहा कि आज शिक्षामंत्री व शिक्षा अधिकारियों के लापरवाही से सूबे के सरकारी स्कूल में कक्षा एक से आठ तक में नामांकित सूबे के ढ़ाई करोड़ छात्र को महीनों बाद भी किताब नहीं दी सकी है । बच्चे बिना किताब के ही पढाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहे है ।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि गरीब-अमीर दोनों प्रकार के लोगों के बच्चों को एक जैसी शिक्षा देने की व्यवस्था कर बच्चों के भविष्य से हो रहे खिलवाड़ पर रोक लगाया जाय ।






























